
निकाल फेंक ज़िन्दगी से अगर, काश, अहं, वहं, मगर हर पुराना नया सा लगेगा नये नज़रिए से देखो अगर पीछे मुड़कर देखना जड़ें भूतकाल में जमीं होंगी भविष्य जानना हो अगर ॥
Thoughts #14
निकाल फेंक ज़िन्दगी से अगर, काश, अहं, वहं, मगर हर पुराना नया सा लगेगा नये नज़रिए से देखो अगर पीछे मुड़कर देखना जड़ें भूतकाल में जमीं होंगी भविष्य जानना हो अगर ॥
Thoughts #14